" रसायन विज्ञान का अवलोकन एवं उसके उद्देश्य और विषय "
- रसायन विज्ञान क्या है ?
- पदार्थ किसे कहते हैं ?
- रसायन विज्ञान की कितनी शखाएं होती है ?
मुख्य बिंदु
*रसायन विज्ञान पदार्थ और उसके गुणों का अध्यन है |
*रसायन विज्ञान एक कड़ी की तरह भौतिकी को विज्ञान की अन्य शाखाओ से जोड़ता है, इसलिए इसे “ केन्द्रीय विज्ञान “ भी कहा जाता है |
*रसायन विज्ञान की अन्य शाखाएँ -विश्लेषणात्मक रसायन, जैव रसायन, अकार्बनिक रसायन, कार्बनिक रसायन और भौतिक रसायन है |
मुख्य सीमाएं
* द्रव्य - कोई भी वस्तु जिसका द्रव्यमान हो और जो अपने आयतन से स्थान घेरता हो द्रव्य कहलाता है (In classical physics and general chemistry) |
रसायन विज्ञान
रसायन किसी पदार्थ की रचना, संरचना, गुण और उनमे होने वाले परिवर्तनों का अध्यन है | रसायनशास्त्र पदार्थ और उसके गुणों का अध्यन है, कैसे पदार्थ दुसरे पदार्थों को बनाने के लिए आपस में जुड़ते है और अलग हो जाते है, उर्जा के साथ उनकी परस्पर क्रियाएँ कैसे होती है | इन सब प्रश्नों के साथ रसायन शास्त्र की रुपरेखा हमे बताती है की रसायन शास्त्र का केंद्र बिंदु एक परमाणु और उसके दुसरे परमाणुओं के साथ परस्पर क्रियाओ के अध्यन में बसा है | रोआल्ड हल्फमैन “रसायन शास्त्र केवल कुछ १०० तत्वों का विज्ञान नहीं है बल्कि ये उनसे बनने वाले असंख्य तत्वों का विज्ञान है” | रसायन विज्ञान परमाणुओं और अणुओं के गुणों और संरचनाओं तथा रचनाओं से सम्बन्धित उस गहरे ज्ञान को जन्म देता है जिसके उपयोग से पादर्थ और उसके व्यवहार की व्याख्या की जा सकती है | रसायन शास्त्र गणित, भौतिकी और सामान्य विज्ञान के कौशल पर खड़ा है | भौतिक विज्ञान को विज्ञान की अन्य शाखाओं से जोड़ने की अपनी भूमिका के कारण अक्सर रसायन विज्ञान को “ The Central Science” कह दिया जता है |जैसे ये भौतिकी को चिकित्सा विज्ञान और भूगोल जैसी अन्य विज्ञान की शखाओं स जोड़ता है |
पदार्थ
द्रव्य की कई परिभाषाएँ दी जा सकतीं है | विज्ञान के लिए पदार्थ की शर्त कोई भी सामग्री पूरा कर सकती है | हर वो वस्तु पदार्थ है जिसका स्थिर द्रव्यमान है और जो स्थान घेर सकती है | हलाकिसभी द्रव्य में परमाणु होते है,पर हर पदार्थ में कम से कम एक अवपरमाण्विक कण (Sub Atomic Particle) होना चाहिए |पदार्थ शब्द का उपयोग शुद्ध तत्व के परिपेक्ष्य में भी कर लिया जाता है |
“ वो कण (Partcles) जो द्रव्य के निर्माण करते है उनमे भी स्थिर द्रव्यमान होता है,
पर सभीकणोंमेस्थिर द्रव्यमान नहीं होता जैसे फोटोंस में स्थिर द्रव्यमान नहीं पाया जाता | ”
एंटोनी लोवोइसर (1743-1793)को द्रव्यमान संरक्षण के नियम और रसायनों के नामकर की नईपद्धति के विकासके लिएआधुनिक रसायन का पिता कहा जाता है | |
रसायन शास्त्र का इतिहास
17वी और 18वीं शताब्दी में रोबर्ट बायल (1627-1691) और एंटोनी लोवोइसर (1743-1793) जैसे वैज्ञानिकों ने पुराने समय से चली आ रही परम्पराओं को वैज्ञानिक परीक्षणों और नियमो केआधार पर आकार देना शुरू किया | रसायन विज्ञान ने भौतिक विज्ञान को रास्ता देते हुए वैज्ञानिको को वो अंतरदृष्टि दी जिससे वो इंग्जीनियरिंग को उसके प्रयोगों के लिए शक्तिशाली विश्लेष्णात्मक उपकरण उपलब्ध करा सके | जिव विज्ञान और इसकी शाखा जैसे मनोविज्ञान की जड़ें जैव रसायन में निहित है |वैज्ञानिकों ने अभी इसे समझना शुरू ही किया है उदाहरन के तौर पर आधुनिक चिकित्सा का आधार मानव शरीर में होने वाली जैव रसायनिक क्रियाएँ ही हैं|
रसायन विज्ञान और प्रकृति
रसायन विज्ञान इस प्रकृति में घटने वाली साधारण से लेकर विचित्र तक असंख्य घटनाओं का उत्तर दे सकता है | लोहे में जंग क्यों लगता है ? हीरा और कोयला दोनों ही रसायनिक समानता रखते हैं, फिर भी इतने अलग क्यूँ है ? सूर्य अपने इंधन का दहन कैसे करता है ? इनके और इन जैसे कई स्व्लों के जवाब रसायन विज्ञान के पास हैं | जिस दुनिया को हम जानते हैं,उसे समझने की कुंजी रसायन विज्ञान है |
रसायन विज्ञान की शाखाएँ
रसायन विज्ञान की कई शाखाएँ है जिनमे इसकी पांच शाखाएँ मुख्य मानी गईं हैं | कार्बनिक रसायन,अकार्बनिक रसायन, भौतिक रसायन, विश्लेष्णात्मक रसायन और जैव रसायन | रसायन शात्र की दूसरी शाखाएँ इन्ही में से किसी एक में आकर मिल जति है |
जिव विज्ञान की पांच शाखाओं का अवलोकन
1.कार्बनिक रसायन /Organic Chemistry – इसमें कार्बन और उसके यौगिकों का अध्यन किया जाता है |
2.अकार्बनिक रसायन /Inorganic Chemistry – उन रसायनों का अध्यन किया जाता है जो कार्बनिक
रसायन में नहीं आते हैं | इनमे वो यौगिक आते हैं जीने C –H बंध (कार्बन हाइड्रोजन बंध ) नहीं पाया जाता है |
{कई अकार्बनिक रसायनों में धातु होते है }
3.भौतिक रसायन/Physical Chemistry – यह रसायन विज्ञान की वह शखा है जो रसायनों के अद्ययन के लिए भौतिकी के नियमों को लागु करती है | ये आम तौर पर रसायन विज्ञान पर ऊष्मागतिकी और क्वांटम यांत्रिकी के अनुप्रयोग करती है |
4.जैव रसायन/Bio Chemistry – ये जीवों में पाए जाने वाले रसायनों का अध्यन करती है |
5.विश्लेष्णात्मकरसायन/AnalyticalChemistry – पदार्थों के रसायन विज्ञान का अध्यन करने और उनके गुणों को मापने के लिए आवश्यक उपकरणों का विकास करती है | किसी पदार्थ की स्टिक रसायनिक बनावट को निर्धारित करने का कार्य करती है|रसायन विज्ञान को अन्य क्षेत्रो भी बंटा गया है | रसायन विज्ञानं की अन्य शाखाओं में बहुलक रसायन (Polymer Chemistry) और भू-रसायन (Geo-Chemistry ) को भी गिना जा सकता है |केमिकल इंजीनियरिंग भी रसायन विज्ञान की ही एक शाखा मानी जा सकती है | रसायन विज्ञान की कई शखाएं आपस में काफी अधिक मिली जुली सी लगतीं है जैसे कार्बनिक रसायन (Oganic Chemisry) और जैव रसायन
सामान्य प्रश्न
*रसायन विज्ञान क्या है ?
रसायन विज्ञान, विज्ञान की एक शाखा है, जिसमे परमाणुओं अणुओं और अयनों से बने तत्वोंऔर यौगिकों की रचना,संरचना,गुणऔर व्यवहार तथा इनके दुसरे तत्वों से अभिक्रिया करते समय होने परिवर्तनों का अध्यन किया जाता है |रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान को दुसरे विज्ञान की दूसरी शाखाओ से जोड़ने के लिए एक कड़ी की तरह कार्य करता है |
*पदार्थ किसे कहते हैं ?
कोई भी वस्तु जिसमे द्रव्यमान होता है और जोअपनेआयतन से स्थान घेर सकती है, उसे पदार्थ कहते हैं|
*रसायन विज्ञान की कितनी शाखाएँ होती हैं ?
रसायन विज्ञान को कई क्षेत्रों में बंटा जाता है | जिनमे निम्न पांच क्षेत्र मुख्य है-
1.कार्बनिक रसायन (Organic Chemistry)
2.अकार्बनिक रसायन (Inorganic Chemistry)
3.जैव रसायन (Bio-Chemistry)
4.भौतिक रसायन (Physical Chemistry)
5.विश्लेष्णात्मक रसायन (Analitycal Chemistry)
* आधुनिक रसायन का पिता किसे कहा जाता है ?
एंटोनी लोवोइसर को द्रव्यमान संरक्षण के नियम और रसायनों के नामकरण की नई पद्धति के विकास के लिए आधुनिक रसायन का पिता कहा जाता है |(Bio- Chemstry) एक दुसरे से काफी समानता रखते है |