जैक द रिपर
"i gave my name that all knows of me, so history do tell what love can do to a gentleman born."
29 अगस्त 1888 की रात इंग्लैंड में भरी बारिश हुइ थी वो रात रिकार्ड्स में उन गर्मिओं की सबसे ठंडी और नमी वाली रात के तौर पर दर्ज है |एमिली होल्लेंड, शेडवेल ड्राई डॉक फायर देखकर वापस आ रही थी तभी, वाइट चैपल और ओस्बोर्न स्ट्रीट के कोने पर, एक राशन की दुकान के बाहर उसकी मुलाकात पोली से हुई वो काफी नशे में थी और ओस्बोर्न स्ट्रीट की ओर जा रही थी | वो इतने नशे में थी की वो दीवाल के सहारे चलना पड़ रहा था | इसी दौरान चर्च की घटी बजी, जिसने एमिली का ध्यान अपनी ओर खिंचा तब रात के 2:30 बज रहे थे |पाली ने एमिली से कहा की आज उसने रेंट से तीन गुना ज्यादा पैसे कमा लिए थे, पर शराब में उसने सारे पैसे खर्च कर दिए, उसने उसे कहा की वो फ्लावर और डेन स्ट्रीट पर वापस जाएगी जहाँ उसे कोई न कोई ग्राहंक मिल जाएगा | वो जल्द ही वापस आ जाएगी | दोनों औरतों के बिच सात से आठ मिनट के आस पास बात हुई होगी, फिर दोनों अपने अपने रास्ते चल दिए |
44 साल की पाली उर्फ़ मेरी एन निकोलस तलाक सुदा महिला थी | 5’2” का कद , भूरी आंखे, हल्का गेहुँआ रंग, भूरे बाल, माथे पर, बचपन में लगी चोट का छोटा सा निशान, उसे आकर्षक बनता था | वो स्पाईट फील्ड के कॉमन लौजिंग हाउस में रहती थी | लौजिंग हाउस के पैसे और अपने खर्च चलने के लिए उसने prostitution को अपना पेशा बनाया था |असल में पूर्वी इंग्लैंड का वाइट चैपल एरिया अपनी गरीबी, बेरोजगारी और क्राइम्स रेट्स के लिए रेड लाइट एरिया के नाम से जाना जाता था | आप वहां की गरीबी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हो की, पाली जैसी prostitute के लिए एक सर्विस के एक पाओ ब्रेड के या 2 से 3 पेन्स ही मिलते थे, जबकि तीन पेन्स में एक बड़ा ग्लास जिन का ही आ सकता था | कॉमन लौजिंग हाउस वो जगह थी, जहाँ कई लोग मिलकर साथ रहते थे | यहाँ रहने के लिए, रोज बिस्टर के पैसे देने पड़ते थे | पाली भी एसे ही लौजिंग हाउस में चार और औरतों के साथ जिसमे एमिली होलेन्ड भी शामिल थी रहती थी |3:15 पर police Constable जॉन thain bucks रो स्ट्रीट पर गश्त लगाकर गए लगभग उसी समय Sargent कर्बी भी bucks रो से गस्त लगाकर निकले उन्होंने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट किया की सब कुछ ठीक है |backs रो स्ट्रीट पर रौशनी का एक मात्र साधन गैस लैंप था जो स्ट्रीट के आखरी छोर पर लगा हुआ था |
3:40 से 3:45 मिनट पर जब चार्ल्स क्रॉस अपनी गाड़ी से काम पर जा रहे थे तब उन्होंने bucks रो के फूटपाथ पर पाली को गिरा हुआ देखा उसी समय रोबर्ट पाउल भी वहाँ से गुजर रहे थे क्रॉस ने पाउल को आवाज़ लगाई और दोनों पाली की और बढे चले |जब वो उसके पास पहुंचे तो क्रॉस को लगा की वो मर चुकी है पर पाउल को लग रहा था की उसने उसकी धडकन सुनी और वो अब भी साँस ले रही थी |जब उन्होंने उसे छुआ तो उसका चेहरा टांडा पड चूका था लेकिन उसके हाँथ पैर अब भी गर्म थे | दोनों को काम पर भी जाना था इसलिए उन्होंने फैसला किया की रस्ते में जो भी पुलिस ऑफिसर दिखेगा उसे ये घटना बता देंगे | उन्होंने पाली की स्कर्ट ठीक की और आगे बढ़ गए | हन्बरी स्ट्रीट और बेकर्स रो के मुहाने पर संयोगवश उन्हें पुलिस कांस्टेबल जोनस मिज़ेन मिल गए उन्होंने सारी घटना उनको बताई और आगे बढ़ गए |इतनी देर में पुलिस कांस्टेबल जॉन निल पाली तक पहुँच चुके थे |थोड़ी ही देर में पुलिस कांस्टेबल जोनस मिज़ेन भी वारदात की जगह पर पहुँच गए | पुलिस कांस्टेबल जॉन नील ने पास ही रहने वाले डॉक्टर डॉ रीस राल्फ लिवेलिन को बुलाया जो 4:00 बजे के लगभग वारदात की जगह पर पहुच गए |डॉ रीस राल्फ लिवेलिन ने पाली को चेक करने के बाद उसे मृत बताया |उसकी हत्या गला कटकर की गई थी |सर लगभग धड से अलग ही हो गया था | पेट पर चाकू से कई वर किये गए थे | कई वार इतने तेज़ थे की वो पेट के आर पार हो गए थे जिससे लगभग उसकी आंतें दिखने लागी थी | डॉ लिवेलिन ने बताया की जब वो उसतक पहुचे उससे आधे घंटे पह्ले ही उसकी मौत हुए थी क्युकी उसका शरीर तब भी गर्म था |
अगले ही दिन अख़बारों में इस खबर ने सनसनी मचा दी |पुलिस हत्या का मकसद और विटनेस की तलाश कर ही रही थी पर n तो किसी ने कुछ देखा था न सुना था | लगा जैसे हत्यारे ने चुपचाप हत्या की और अँधेरे में कहीं गायब हो गया |डॉ के postmortem से रिपोर्ट से हाँथ लगे क्लू के अलावा पुलिस के हांथों केवल नाकामी ही लगी थी | postmortem रिपोर्ट से पुलिस को बस ये ही समझ आया था की क़त्ल जितने बेरहमी से किया गया था या तो वो पाली से बहोत नफरत करता होगा या कोई दिमाकी तौर पर पागल व्यक्ति होगा और क्युकी गले को right हैण्ड साइड से लेफ्ट हैण्ड साइड की और कटा गया था इसलिए वो हत्यारा लेफ्ट हैंडेड होगा |
पुलिस इस हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई थी और पाली के जानने वालों से पूछताछ सिलसिला ही जरी था | अभी तो पाली की हत्या को 10 दिन भी पुरे नहीं हुए थे,तभी
8/Sep/ 1888 8 Sep की सुबह 6:००. A.M. पर जॉन डेविस ने कमर्सिअल पुलिस को 29 हनब्री स्ट्रीट पर एकऔर महिला के हत्या की सुचना दी पुलिस तुरंत ही घटना स्थल पर पहुँच गई |पुलिस surgen डॉ जॉन बेग्स्टर फिलिप्स को बुलवाया गया जो 6:10 A.M.पर वारदात की जगह पर पहुंचे, पुलिस ने इसबार जो देखा वो पिछले मर्डर से एक कदम और आगे था |डॉ फिलिप्स ने मौके पर जो देखा वो कुछ इस तरह था | “ उसका लेफ्ट हैण्ड उसके सिने की लेफ्ट की ओर रखा हुआ था, पैर जमीं पर थे और घुटने लेफ्ट साइड की और मुड़े हुए थे उसके चेहरे पर सुजन थी | चेहरा राईट साइड की और मुडा हुआ था | उसकी जीभ सामने के दांतों के बिच दबी हुई थी पर होठों से आगे नहीं निकलि थी |चार इंच के लकड़ी के टुकड़े पर रखकर उसकी गर्दन को गोलाई में कटा गया था | गर्दन को राईट से लेफ्ट की और कटा गया था | uterus का आधा हिस्सा और reproductive organ को निकाल लिया गया था | उसके पेट को चीर कर आंतों को उसके दोनों कन्धों पर फेक दिया गया था | डॉ ने उसकी निकलि जीभ और चेहरे पर सुजन से अंदाजा लगाया की पहले गला घोंटने की कोशिश की गेई होगी | गले और पेट चीरने के लिए एक ही तरह के हन्थियर का उपयोग किया गया था जो बेहत धारदार और 6 से 8 इंच लम्बाई का था | इस तरह के औजार का उपयोग या तो postmortum के लिए किया जाता है या फिर बुचड खानों में | किसी भी तरह के स्ट्रगल के निशान मौजूद नहीं थे | क्युकि आन्तरिक अंग निकले गए थे इसलिए कातिल को ह्यूमन एनाटोमी का ज्ञान था | इसके अलावा मृतक उंगलीओं पर अंगूठीओं के निशान थे जो उस समय नहीं थीं |उसके शव पास एक मलमल का टुकड़ा एक कंघी और फेफड़ों से सम्बंधित रोग से जुडी दो गोलियां मिलीं थी | उसका शारीर ठंडा हो चला था पर पूरी तरह ठंडा नहीं हुआ था इसलिए डॉ ने कहा की उनके वहां पहुचने से 2 घंटे पहले ही उसकी हत्या हुई होगी | लेकिन मौसम टांडा था इसलिए शरिर तेज़ी से ठंडा हुआ होगा | डॉ फिलिप्स की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अपनी तहकीकात शुरू की | उन्हें अब पता था की कातिल को ह्यूमन बॉडी की anatomical नॉलेज है इसलिए शायद वह डॉ हो सकता है और क्युकि पाली की हत्या लेफ्ट handed कातिल ने गला काटकर की थी इसलिए हो सकता है की दोनों हत्याएं एक ही इन्सान ने कि हों |पुलिस पूछताछ करने लगी वो अंगूठियों के लिए आस पास के ज्वेलरी शॉप वालों से भी पूछताछ करने लगी महिला की पहचान ऐनी चैपमैन के रूप में हुई |
एनी चैपमैन 47 साल की तलक शुदा औरत थी | नीली आंखे गहरे भूरे बाल | मोटी नाक और गंथिला शारीर | वो T.B. के रोग से ग्रसित थी और पाली की तरह ही कॉमन लोऊजिन हाउस में रहती थी |वो फूलों की बिक्री और कपड़ों की सिलाई का काम किया करती थी पर पैसों की कमी ने उसे prostitution के दलदल में घसीट लिया था |हत्या वाले दिन रात 1:45 मिनटपर एनी अपने लॉजिंग हाउस वापस आ गई थी | नाईट watchman जॉन एवन ने उसे बिस्तर के पैसे जमा करने के लिए टीम don even के पास भेजा वो सीढियों से उपर उसके ऑफिस गई वहां उसने टीम से कहा की उसके पास थोड़े पैसे कम है इसपर टीम ने उससे कहा की “ तुम्हारे पास अपनी बियर के लिए पैसे हैं पर अपने बिस्तर के लिए नहीं “ ऐनी ने उसे कोई जवाब नहीं दिया और चुप चाप बाहर दरवाजे के पास खाड़ी हो गई | दो – तीन मिनटों तक वो वैसे ही खड़ी रही फिर उसने उससे कहा “ कोई बात नई टीम मै जल्दी ही वापस आ जाउंगी , मेरे लिए बिस्तर रखना” टीम ने कहा “ जरुर रखूंगा “
ये कहकर वो spitalfield मार्केट की और चल दी |उस लॉजिंग हाउस में ऐनी का बेड नॉ 29 था और 29 hanbury st पर उसकी लाश मिली थी शायद ये कोई संजोग ही था |
सुबह 5:30 मिनट पर एलिज़ाबेथ लॉन्ग ने ऐनी को 29 henbury स्ट्रीट के कोने पर किसी आदमी से बात करते देखा था, जो उससे कद में काफी लम्बा था | लॉन्ग ने दोनों के बिच बातें सुनी उस आदमी ने ऐनी से कहा " क्या तुम " और ऐनी ने कहा " हाँ "
जब ऐनी उस आदमी से बात कर रही तब ऐनी का चेहरा लॉन्ग की और था जबकि उस व्यक्ति की पीठ लॉन्ग की और थी इसलिए वो उसका चेहरा नही देख पाई थी | एलिज़ाबेथ ने स्ट्रीट पर मुड़ने से पहले ब्लैक एगेल ब्रेवरी की घडी की आधे घंटे वाली घंटी सुनी थी | मतलब तब सूबे के 5:30 बज रहे थे |लगभग उसी समय 27 henbury स्ट्रीट में रहने वाला कारपेंटर अल्बर्ट अपने आंगन में जा रहा था जो 29 henbury स्ट्रीट से एक पांच फूट ऊँची लकड़ी की बाड से अलग थी | उसने काफी पास से आवाज एक महिला की धीमे से चीखने की आवाज सुनी “नहीं”, इसके ठीक बाद उसने बाड़ पर कुछ गिरने आवाज़ आई |29 henbury स्ट्रीट की फ्लोर नॉ 3 पर अपनी फैमिली के साथ रहने वाले जॉन डेविस ने सबसे पहले ऐनी चेपमेन के शव को देखा था |
जैस ये खबर न्यूज़ में आइ इसने सनसनी मचा दी | ऐनी चैपमैन को जिस तरह मारा गया था वो किसी इन्सान का काम तो नहीं लगता था |इस बार न केवल ऐनी की आवाज सुनी गए थी बल्कि एक आई विटनेस भी था, जिसने भले ही कातिल का चेहरा नहि देखा था लेकिन मोटे तौर पर उसके बारे में बता सकता था ,और ये अन्दाजा की उसे ह्यूमन एनाटोमी का ज्ञान था | खोज के दायरे को छोटा करने में मदद्त करने वाला था |
पुलिस अपनी पूछताछ में लगी रही और शक की बिनाह पर गिरफ्तारिय भी की गई
{1 पिजर को ऐनी चेपमेन के हत्या के शक में गिरफ्तार किया गया | इंस्पेक्टर helson ने पिजर का पहला नाम जैक दिया गया था |
2.विलिअम पिग्गोट को ऐनी चेपमेन के हत्या के बाद रविवार को एक संदेहास्पद ब्लैक बैग लेकर जाते देखा गया था और क्युकि वो औरतों से नफरत करता था उसे गिरफ्तार कर लिया गया , लेकिन वाइट चैपल इनफर्मरी record में वो 10 Sep को अंदर आया और 9 Oct को बाहर गया |
3. 4 Oct को 40 वर्ष के germ en हेयर ड्रेसर चार्ल्स Ludwig को अरेस्ट किया गया |उसे 4 रात की हिरासत के बाद छोड़ दिया गया |
4. 17 Sep एड्वोर्ड क़ुइन्न को ड्रंक होने के चार्ज में वुल्विच पुलिस कोर्ट में पेश किया गया | जब उसे गिरफ्तार किया गया था उसके चेहरे और हांथों पर कई घाव थे और उनपर खून लगा था |
5.10 Oct को जॉन लेगन को गिरफ्तार किया गया, क्युकि उसकी काया कल्प हत्यारे से मिलती जुलती थी |
6.जोर्ज Richard हेन्डरसन को उसी दिन गिरफ्तार किया गया | क्युकि पुलिस को ये पता चला था की जैक द रिपर को 3:30 मिनट पर गार्डन मार्केट में देखा गया था | एक पुलिसवाले ने जोर्ज को ब्लैक बैग के साथ गार्डन मार्केट के आस पास घूमते देखा |
7. 11 oct को विलिअम जॉन फोस्टर को गिरफ्तार किया गया |
8. 12 oct को पर्नेल को गिरफ्तार किया गया क्युकि हत्या वाली रात वो अपने लोंज में नहीं था | }
इस तरह पुलिस गिरफ्तारिय करती रही, पर ठोस सबूतों और गवाहों के अभाव में वो कुछ भी साबित n कर पाई |
इसी महीने के अंत में 28/Sep/1888 सेंट्रल न्यूज़ agency को एक ख़त मिला जिसमे लिखा था |
“ Dear Boss
मुझे सुनने में आ रहा है की पुलिस मुझे पकड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक उन्हें मेरा कोई सुराग नहीं मिला है |मुझे उनके अंदाजे सुनकर हंसी अति है | मेरा आखरी काम शाबाशी देने वाला था, मैंने उसे चिल्लाने का भी मौका नहीं दीया , अब वो मुझे कैसे पकड़ेंगे |
तुम जल्दी ही फिर से मेरे मजेदार खेल के बारे में सुनोगे |
मैंने ख़त लिखने के लिए अपने आखरी काम से कुछ लाल रंग की चीज़ जिन्जेर बियर बोतल में बचा रखी थी, पर वो गोंड की तरह गाढ़ा हो गया और मैं उसे इस्तमाल नहीं कर पाया | ये लाल स्याही शायद उसकी कमी पूरी कर दे |अगले काम में मैं उसके कान काटकर जस्ट फॉर फन किसी पुलिस ऑफिसर को भेज दूंगा क्यों ये कैसा रहेगा | इस लेटर को अपने पास ही रखना जब तक मैं थोडा काम नहीं कर लेता |सच कहूँ तो मेरा चाकू बहोत तेज़ और प्यारा है, अगर मुझे मौका मिले तो मैं अभी ही अपना काम करना चाहूँगा |
GOOD LUCK
{इस चिट्टी के अंत में अब तक का सबसे विवादास्पद नाम लिखा था }
आपका अपना "जैक द रिपर"
मुझे उम्मीद है की आपको मुझे ये नाम देने में कोई आपत्ति नहीं होगी |
इस लेटर को 29 Sep को पुलिस को एजेंसी द्वारा दे दिया गया और 1 Oct 1888 को प्रकाशित किया गया |
पर जब तक इसे प्रकाशित किया जाता तब तक काफी देर हो चुकी थी |
29/Sep/1888 1:00 AM ज्वेलरी सेल्समन लुईस डटफिल्ड यार्ड से जब अपनी दो पहिया घोडा गाड़ी से जा रहे थे तब अचानक ही उनका घोडा आगे बढ़ने से हिचकिचाने लगा | यार्ड में बहोत अधिक अँधेरा था जब माचिस की तिल्ली जलाकर उन्होंने अँधेरे में देखा तो स्तब्ध रह गए | क्युकी उसके गले से अब भी खून निकल रहा था | एक और हत्या हो गई थी |लुईस के आने से शायद कातिल वहाँ से भाग गया |पर इस केस में अब तक का सबसे चौकाने वाला स्टेटमेंट isral नामक व्यक्ति ने दिया उसने बताया की “जहाँ हत्या हुई थी ठीक वहीँ उसने देखा की वहां एक आदमी रुका और एक महिला से बात करने लगा , उसने उस महिला को स्ट्रीट पर खींचने की कोशिश की, उसने उस महिला को घुमाया और फुटपात पर फेंक दिया | वो महिला तीन बार चिल्लाइ पर बहोत जोर से नहीं |Israel ने स्ट्रीट के अपोजिट साइड को पार करते हुए एक दुसरे आदमी को देखा जो अपनी पाइप जला रहा था | पहले आदमी ने दुसरे आदमी को “लिपस्की” कहकर बुलाया | Israel आगे बड गया पर उसने देखा की दूसरा व्यक्ति उसका पीछा करने लगा | Israel दर के भागने लगा और रेलवे आर्च के पास जा कर रुका उसने चुपके से देखा की कहीं वो अभी भी तो उसका पीछा नहीं कर रहा था |
पर वो दूसरा व्यक्ति जा चूका था |इसरेल ने उस पहले आदमी का जो ब्यौरा दिया वो एसा था “ उस आदमी का कद 5’5” इंच और उम्र 30 वर्ष होगी | काले बाल भूरी छोटी मूछें और उसने काले हैट के साथ कला ओवर कोर्ट पहन रखा था | इसरेल को जब मुर्दाघर ले जाया गया तो उसने उस महिला को पहचान लिया वो वही महिला थी जिसे उसने उस रात देखा था | पर इसरेल ठीक से ये नहीं कह पाया की वो दोनों आदमी एक दुसरे को जानते थे |
एक दुसरे गवाह जेम्स ब्राउन ने बताया की उसने उसी जगह एक भारी भरकम शारीर वाले 5’7” इंच के एक व्यक्ति को एक महिला के साथ देखा था | वो महिला दिवार से टिक के उस व्यक्ति से बात कर रही थी | उस व्यक्ति ने अपने हाँथ दिवार पर टिका रखे थे | उसने लम्बा कला कोर्ट पहन रखा जो हील को छु रहा था | वो महिला उस व्यक्ति से कह रही थी “ नहीं आज रात नहीं, किसी और रात “ |दोनों गवाहों में पुलिस को काफी अन्तर दिखाई दिया पर अँधेरे में आसानी से किसी से भी hight का गलत अंदाजा लग सकता था और हैट बात करते करते उतार कर हाँथ में रखी जा सकती थी |
महिला की पहचान एलिज़ाबेथ स्ट्राइड के रूप में की गई | इसरेल ने कभी अपनी गवाही नहीं दी क्युकि वो हंगेरियन था और बहोत कम इंग्लिश बोलता था | इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर स्टेफन किंग ने इसरेल के इस stament को 1970 में देखा |
उसी रात एलिज़ाबेथ strid के मर्डर के 45 मिनट बाद mitre squre के साउथ वेस्ट कार्नर पर एक और महिला prostitute की लाश मिली उसकी पहचान केथोरिन eddows के रूप में की गई |कातिल ने इस बार अपने वैशी पन की सारी हदें पार कर दि थीं |postmortem done by डॉ Blackwell जहाँ एलिज़ाबेथ stride की हत्या कातिल ने गला कटकर जरुर की थी पर शारीर के दुसरे हिस्सों में कोई और चोट के निशान नहीं थे क्युकि एन मौके पर कोई वहाँ आ गया था | वहीँ काथोरिन एडोस का postmortem डॉ फेडरिक गोर्डन ने किया उन्होंने बताया "उसके नाक कान भवे और होंठ काट कर निकाल दिए गए थे | अंतड़ियाँ निकाल कर उसके राईट कन्धे पर रख दि गई थीं | गला काट दिया गया था और लेफ्ट किडनी को सावधानी पूर्वक निकाल लिया गया था और उसके शारीर के एक टुकड़े को उसके शारीर और लेफ्ट हाँथ के पास रख दिया गया था | जब डॉ वारदात की जगह पर पहुंचे तब उसका शारीर गर्म था मतलब कुछ देर पहले ही उसकी मौत हुई थी | उसकी मौत का कारण लेफ्ट कॉमन आर्टरी से रक्त स्त्राव था |"
eddowes के मर्डर साइड से पूर्व की दिशा में मतलब एलिज़ाबेथ की मर्डर साइड को जाने वाले रस्ते के पास कुछ ही दुरी पर goulston स्ट्रीट के एक अपार्टमेंट पास eddowes के एप्रन का एक टुकड़ा मिला | एप्रन के टुकड़े के पास चौक से एक message लिखा था “ the juwes are the man that will not be blame for nothing”
इससे एक बात तो साफ़ थी की पुलिस से भरे उस माहोल में एक दूसरा मर्डर वो ही कर सकता था जो उस इलाके को बहोत अच्छी तरह जानता हो मतलब वो वहीं का कोई लोकल था जो ईस्ट लन्दन के चप्पे चप्पे से वाकिफ था |
जहाँ सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने जैक द रिपर का पहला ख़त 1/Oct/1888 को पब्लिश किया वही इसी दिन एक और पोस्टकार्ड सेंट्रल न्यूज़ regency को मिला जिसमे लिखा था |
“ DEAR बॉस
मैं पहेलियाँ नहीं बुझा रहा हूँ मैंने आपको क्लू दिया था कल मैंने दो काम किये पहला काम मैं ठीक से नहीं कर पाया और पुलिस के लिए कान नहीं काट पाया | आखरी लेटर को अपने पास रखने के लिए थैंक्स |मुझे और काम करना है |
जैक द रिपर
13 oct 1888 को पुलिस ने ईस्ट एंड के सारे लेबर हाउस की तलाशी ली पर उन्हें कुछ भी हाँथ नहीं लगा | लेकिन पूछताछ करने पर तीन ऑइ विटनेस सामने आए |29/oct 1888 को पर एक सिगरेट व्यापारी जोसफ लेवेंडे, एक कसाई जोसेप हाइम और एक फर्नीचर डीलर हैरी हेरिस 1:35 AM पर 16-17 duke स्ट्रीट के इम्पीरियल क्लब से बाहर निकले duke स्ट्रीट के कार्नर और चर्च के रस्ते के पास उन्होंने eddowes को एक आदमी के साथ देखा | eddowes उस आदमी को देखकर उससे बात कर रही थी उसका हाँथ उसके सिने पर था, पर वो उसे रोक नहीं रही थी | लेवेंदे ने उस आदमी के बारे में बताया की “ वह 30 साल का 5’7 “ इंच लम्बा गोरा व्यक्ति था | उसकी मूछें न तो जादा बड़ी थीं न तो ज्यादा छोटी थीं | उसने ब्लैक पेपर और साल्ट रंग की ढीली से जैकेट पहनी हुई थी जिसके साथ ग्रे रंग की टोपी थी | उसने गले में गढा लाल रंग का रुमाल गले में बांध रखा था कुलमिलाकर वो एक नाविक की तरह दिख रहा था |लेवेंदे ने mortuary में eddowes को देखकर उसके कपडे पहचान लिए ये वही कपडे थे जो उसने एक रात पहले उस महिला को पहने देखा था |पर इस बयान से एक सवाल पैदा होता है की यदि ये मान लिया जाए की जोसेफ और इसरेल ने दोनों ही ने जैक द रिपर को देखा था पर दोनों के कपड़ों के description में काफी अंतर था तो डटफिल्ड यार्ड से mitre स्क्वायर के बिच कहीं कातिल ने अपने कपडे बदल लिए होंगे पर कहाँ किसी कॉमन लॉजिंग हाउस में तो नहीं वरना उसका हुलिया किसी न किसी के द्वारा पहचान लिया जाता और उस समय के माहौल के हिसाब से ये खुदकुशी करने वाली बात होती मतलब रिपर का घर या ठिकाना इसी बिच कहीं पर होना संभव था | जनता में खोफ और पोलिस पर दबाव का अंदाजा आप उनकी गिरफ़्तरिओं से लगा सकतें है----
16 nov को दो व्यक्तिओं ने पुलिस को सुचना दी की जब वो जैक द रिपर के बारे में बात कर रहे थे तो उनके पास बैठा आदमी दयां से उनकी बातें सुन रहा था और उसका हुलिया कातिल से मिलता था | उस आदमी का नाम हैनरी मेसन था |12 nov को थॉमस मर्फी को गिरफ्तार किया गया क्युकि उसका व्यव्हार संदेहास्पद था |
17 nov को ओलिवर मेथ्युस को गिरफ्तार कर लिया गया क्युकि वो कला बैग लेकर घूम रहा था |
यदि आपके पास कला बैग हो आपकी मूछें हों या फिर क़त्ल वाली रात आप कहीं बाहर हो तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाता |
"पर असल विवाद तो एप्रन के टुकड़े, चौक की लिखावट और मेट्रो पुलिस के बयाँ ने पैदा किया"
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LOST HOUR
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काथोरिन एडोव्स के एप्रन का टुकड़ा goulston स्ट्रीट पर एक अपार्टमेंट के पास मिला था |अल्फ्रेड लॉन्ग के अनुसार क़त्ल वाली रात जब वो goulston स्ट्रीट पर अपनी गश्त पर थे तब 2:20 मिनट तक वहां कोई एप्रन का टुकड़ा नहीं था पर जब वो 2:55 मिनट पर वापस वहाँ से गुजरे तब उन्होंने एप्रन के टुकड़े को 108 -119 मौडल drevling हाउस की सीढियों तक जाने वाले रास्ते पर पड़ा हुआ देखा उसका एक सिरा भीगा हुआ था, जो उन्होंने सबूत के तौर पर दे दिया | इस बात ने कई सवालों और सम्भावनाओं को जन्म दे दिया |एडोव्स की हत्या रात 1:35 से 1:44 के बिच mitre squre पर हुई थी | यहाँ से goulston स्ट्रीट तीन स्ट्रीट के बाद 1500 फीट की दुरी पर थी तो रिपर को इतनी कम दुरी तय करने में एक घंटे का समय कैसे लग सकता था | इस पर ये कहा गया की पुलिस कांस्टेबल लॉन्ग से अँधेरे की वजह से गलती हो गई होगी और जब वो 2:20 मिनट पर goulston स्ट्रीट पर अपनी गश्त पर थे तो एप्रन के टुकड़े को नहीं देख पाए |एक बहस में ये कहा गया की बिल्डिंग के जिस कोने पर कथित तौर पर वो एप्रन का टुकड़ा मिला वहाँ अँधेरा था तो पुलिस कांस्टेबल लॉन्ग का उस एप्रन और दिवार पर चौक की लिखावट दोनों को ही देख पाना देखना कहीं से तर्क सांगत नहीं लगता जबकि एप्रन का वो टुकड़ा धुल और मिटटी से कला भी हो चूका था | वहीँ कई लोगों को इस बात पर ही शक था की वो एप्रन का टुकड़ा eddowes का है |पुलिस सर्जन डॉ फेडरिक गॉर्डोन ब्राउन 4 oct को अपने सरकारी गवाही में बताया की “ मेरा ध्यान एप्रन के टुकड़े की और गया था | उसके कोने से धागे निकले हुए थे और उसपर लगे खून क दाग ताज़े थे | मैंने डॉ फिलिप द्वारा बताए एप्रन के टुकड़े को देखा जो goulston स्ट्रीट से मिला था | ये बोलना असंभव है की वो इंसानी खून था | मैंने एप्रन के दोनों टुकड़ों को आपस में मिलाकर देखा दोनों के किनारे मिलते थे पर लेकिन goulston पर मिले एप्रन के टुकड़े का मटेरियल अलग था हाँ उसपर कुछ खून और जाहिर तौर पर कुछ मल-मूत्र था |"इसका मतलब डॉ के अनुसार वो वहीं कहीं घर पर यूज़ किया हुआ गन्दा कपडा था |वह एप्रन एक बहोत एहम सबूत था शायद जिसकी अनदेखी कर दी गई थी, और बाद में सब अपनी अपनी गलतियों को छुपाने की कोशिश में लगे थे |डेली टेलीग्राफ ने 2 Oct के अपने प्रकाशन में लिखा “ mitre स्क्वायर में हुए मर्डर पर प्रकाश डालने पर एक बहोत ही महत्वपूर्ण सबूत सामने आया | जब शव का परिषण किया गया तब उसपर सफ़ेद एप्रन मिला जिसका खोया हिस्सा goulston स्ट्रीट पर ढूंड लिया गया |”
detective Sargent हाल्स ने कहा “ जब मैंने मृत औरत को शवगृह में देखा तो मैंने नोटिस किया की उसके एप्रन का एक हिस्सा नहीं था लगभग आधा हिस्सा | इसे सफाई से कटा गया था |जबकि डॉ ब्राउन ने कहा था इससे धागे निकले थे जो इसके ठीक विपरीत बात थी |सर हनरी स्मिथ ने बताया की “ इस समय तक स्ट्रेचर आ चूका था और जब हम शव को शव गृह में ले गए तो सबसे पहले हमने उस एप्रन को देखा जिसका आधा हिस्सा सफाई से काट कर निकला गया था | और इस तरह की गलतियों की गहरी आलोचना की पुलिस लिस्ट में भी eddowes से जुडी सबसे आखरी चीजों में लिखा था 1 टुकड़ा पुराना सफेद एप्रन | सच बात तो ये है की eddowes के कटे हुए एप्रन के बारे में शव को शवगृह में ले जाने से पहले किसी ने कुछ भी नोटिस ही नहीं किया था |
कांस्टेबल लॉन्ग ने कहा था की उन्हें जब एप्रन मिला था उसका एक सिरा भीगा हुआ था | इस बात पर बहस करते हुए कहा गया की उस रात को बारिश हुई थी और लेवेंडे जिसने अपने तीन साथिओं के साथ eddowes को किसी आदमी के साथ mitre स्क्वायर पर देखा था उसने भी कहा की 1:30 मिनट पर उस दिन बारिश हो रही थी | तो बारिश के कारन eddowes के चलते समय एप्रन का एक छोर भीग गया होगा |
और एप्रन पर खून लगा भी होगा तो कैसे ? यदि आपके हांथों पर खून लगा हो और आप अपने हाँथ किसी कपडे से पोंछे तो वो कपडा गिला नहीं होगा हाँ खून से वो बुरी तरह रंग जरुर जाएगा |
तो एप्रन के भीगने के लिए ये जरुरी है की उसके अंदर कोई एसी चीज़ रखी हो जिससे लगातार रिसाव हो रहा हो |रिपर ने शारीर से निकले ओरगन को रखने के लिए एप्रन का टुकड़ा कटा हो, फिर वहाँ गया हो जहाँ वो रहताथा वहाँ उसने वो ओरगन निकाल कर रखा हो फिर स्ट्रीट पर वापस आकर वहां से कुछ दुरी पर उसे फेक दिया हो |पर अगर उसने ऑर्गन रखा तो कपडे को क्यू पुलिस भरे इस महोल में फेकने का रिस्क लिया ?
क्यूकी उसे अपनी दहशत का निशान छोड़ना था इस लिए उसने एप्रन के साथ दिवार पर वो MSG लिख छोड़ा था |
{ खून शारीर से निकते ही दो से ढाई मिनट में जमने लगता है और उसे पूरी सूखने में 45 से 75 मिनट का टाइम लगता है | इस तरह से अगर हम ये माने की कत्ल 1:45 मिनट पर हुआ था तो खून को सूखने के लिए कम से कम 45 और अधिक से अधिक 75 मिनट का समय लगता | चलिए दोनों के बिच का समय लेते है क्युकि उस दिन बारिश हुई थी और मौसम में नमी भी थी रात का समय था | तो मान लेते हैं की खून को सूखने में 60 मिनट या कह लें एक घंटे का टाइम लगा हो तो इस तरह खून 1:45 + 1:०० = 2:45 तक सुख जाता लेकिन 2:55 तक भी वो एप्रन भीगा था और ये एक बहोत जबरजस्त बात थी |
कातिल ने खून करने के बाद ऑर्गन एप्रन में रखा और अपनी जगह पर गया और orgen निकालकर रखा इसमें उसे अगर 10 मिनट से अधिक का समय लगता तो कांस्टेबल को एप्रन 2:55 पर नहीं मिलता | क्युकि 2:०० बजे तक वो ऑर्गन रखकर निकाल चूका था मतलब 2:00 + 1 :00 = 3 :00 बजे ताका एप्रन भीगा हुआ रहता |
जबकि उसे 2:55 पर ढूंड लिया गया था इसका सीधा मतलब था की goulston स्ट्रीट से क़त्ल वाली दिशा की ओर 10 से 15 मिनट की दुरी पर रहता होगा |
और जब कांस्टेबल ने एप्रन ढूंढा वो आस पास ही कहीं था |
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मेट्रो पुलिस के Sargent स्टीफन वाइट और दिवार की लिखावट
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सिटी पुलिस के और मेट्रो पुलिस के अधिकार छेत्रों का अंतर ने इस केस को और उलझा दिया |eddowes का कत्ल mitre स्क्वायर में हुआ था जो सिटी पुलिस के अधिकार छेत्र में आता था जबकि एप्रन और वो लिखावट मेट्रो पुलिस के अधिकार छेत्र में आता था और वो एक दुसरे के अधिकार छेत्रों पर ऑपरेट नहीं सकते थे |
goulston स्ट्रीट पर एप्रन के पास एक msg लिखा हुआ था ““The Juwes are the men that will not be blamed for nothing.”
सिटी पुलिस के इंस्पेक्टर हाल्स चाहते थे की इस लिखावट को तब तक न मिटाया जाए जब तक इसकी फोटो नहीं ले ली जाती लेकिन क्युकि msg में य्हुदिओं के बारे में लिखा था और इससे एक तरह का विवाद पैदा हो सकता था इसलिए मेट्रो पुलिस के SP असाल्ट चाहते थे की इसे जल्दी मिटा दिया जाए |
वो मेट्रो पुलिस का अधिकार छेत्र था इसलिए हाल्स और दुसरे सिटी पुलिस के अधिकारी असहाय होकर एक महत्वा पूर्ण सबूत को मिटते देखते रहे |अब असल में दिवार पर लिखा क्या था ये बहस का मुद्दा बन गया | jews शब्द की सपेल्लिंग ने सवाल खड़े कर दिये | inquiry पेपर्स में इस शब्द की चार अलग अलग स्पेल्लिंग्स निकलकर सामने आईं |
eddowes के सरकारी जाँच के पेपर, के पेज नॉ. 38 में इस शब्द की तीन अलग अलग स्पेल्लिंग्स हैं |
लाइन 6 = jews
लाइन 16 = jewes
लाइन 21 =juews
और पेज नॉ 42 में = juwes
अब इस शब्द की सपेल्लिंग पर ध्यान दें
आज भी इस शब्द की स्पेलिंग विवादित है पर पुलिस कांस्टेबल लॉन्ग का कथन है की उन्होंने इसे मिटने से पहले इसे लिख लिया था और एक इंस्पेक्टर इसका गवाह भी था | लॉन्ग ने बताया की वो msg तीन लाइनो में लिखा था जिसमे कैपिटल लेटर्स का आकार स्माल लेटर्स से तीन चौथाई बड़ा था | लेकिन विबाद तो विवाद है कोई किसी की बात मानने को तैयार ही नहीं था | मेट्रो पुलिस के Sargent स्टीफन वाइट ने कहा “ जब मैं मुड रहा था तभी मैंने गली से एक आदमी को आते देखा वो तेज़ी से चल रहा था | मैंने उस आदमी को अच्छी तरह देखा था |मैंने उससे बात कर के उसे रोकने की कोशिश की पर मैं उसमे असफल रहा | इतने में मेरे साथ का एक ऑफिसर जो किसी घर में पूछताछ करने गया था उस घर से बहर निकला वो अँधेरी गली में कुछ दूर ही चला होगा | इतने में उसकी आवाज आई “ अरे! ये क्या है ? वो रोया ...उस ऑफिसर ने eddows का शव देखा था | जिससे खून निकलकर गटर में बह रहा था |इतने में मैं उस आदमी को पकडने के लिए भगा पर वह अँधेरी गलिओं की भूल-भुलैया का फायदा उठाकर भाग निकला |मेट्रो पुलिस के अमोस सिम्पसन ही वो अधिकारी थे जो eddowes के शव को देख कर रो पड़े थे | उन्होंने बताया की उन्हें बॉडी के पास एक शाल मिला था जिसे उन्होंने अपने पास रख लिया | ये शाल अब Scotland यार्ड के ब्लैक मुसियम में रखा हुआ है जिसे उनके ग्रेट ग्रेट ग्रैंड सन ने मुसियम को दिया था | पर यहाँ एक समस्या है - ? अगर हम उस रात की घटनाओं को ध्यान से देखे --->
1:30 मिनट पर पुलिस कांस्टेबल एडवर्ड Watkins mitre sq से गुजरे तब तक वहाँ सबकुछ नार्मल था |
1:35 मिनट पर जोसफ लेवेंदे , जोसफ हयीम और हैरी Harris ने एक आदमी और एक औरत यानि eddowes को देखा था |
1:40 मिनट पर पुलिस कांस्टेबल जेम्स हार्वी mitre sq के चर्च के रास्ते के पास से गुजरे तब तक सब नार्मल था |
1:45 मिनट पर pc एडवर्ड watkings फिर mitre sq से गुजर रहे थे तब उन्हें eddowes की लाश मिली |
इसका मतलब किलर के पास सिर्फ 5 मिनट का टाइम था हत्या करने और शारीर को विछिप्त करने के लिए और यदि अमोस सिम्पसन से pc watking से पहले eddowes एक शव को देखा था और शाल उठाया था | तो इससे किलर के पास 5 मिनट से भी कम समय था | इस बात पर यकीं करना थोडा मुश्किल है की सिर्फ 3 -4 मिनट में हत्या हो गई हो और किलर ने उसके शारीर को विछिप्त करके organ निकाल लिए हो |
किलर लकी रहा हो की वो pc watkings और pc हार्वी से बच गया लेकिन अगर वहा एक और पुलिस अधिकारी सिम्पसन भी मौजूद थे तो किलर लकी नहीं था चमत्कारी था | वाइट ने जो किलर के हुलिया बताया वो दूसरों के बताए हुलिए से एक दम अलग था , और अगर वाइट ने सच में किलर को देखा था तो कभी उसकी official रिपोर्ट क्यू नई दी इन्हीं कारणों से वाइट के कथन पर कई सवाल उठ पड़े जिनका कोई तर्क पूर्ण जवाब नहीं मिल पाया |
8/NOV/ 1888 केली रिपर के victims में सबसे कम उम्र की थी (मेंशन एजी} मेरी जेन केली की उम्र 25 वर्ष, लाल बाल, नीली आंखे और 5’7” का कद था वो देखने में बहोत attractive थी |
मेरी अन कॉक्स 31 वर्ष की विधवा PROSTITUTE | कॉक्स ने केलि को 11 :45 पर घर वापस आते देखा था | उसने बताया की केली नशे की हालत में थी और जिंजर हेयर कलर वाला एक मोटा सा आदमी उसके साथ था | उसने हैट पहन रखी थी | केली और कॉक्स ने एक दुसरे को देखा और गुड नाईट विश किया इसके बाद केली अपने रूम में चली गई | कॉक्स ने बताया की उसने केलि को आयरिश गाने गाते सुना था | उसने कहा की उसे एक बाजे फिर से बाहर जाना पढ़ा और वो तीन बजे के आस पास वापस आई | उसके अनुसार तब तक गाने की आवाज आनि बंद हो गई थी | कॉक्स सोई नहीं थी उसने रात उसने कई बार किसी आदमी के आने जाने की आवाजें सुनी 6:30 मिनट पर किसी के बहर जाने की आवाज तो उसने सुनी पर दरवाजा बंद होने की नहीं कॉक्स ये नही कह पाई की उसने ये आवाजें आखिर किसके घर से आते सुनी थीं |
एक और विटनेस एलिज़ाबेथ प्रेटर के अनुसार केली के रूम से 1:30 तक मिनट पर गाने की आवाज बंद हो गयी थी |
जोर्ज Hutchinson मेरी केली से 2:००बजे dean स्ट्रीट पर मिले केली ने उससे 6 pance मांगे इस पर Hutchinson ने कहा की मैंने अपना सारा पैसा romford में खर्च कर दिया केली ने उससे गुड मोर्निंग कहा और बोला की मुझे कुछ पैसे चाहिए और वो thrawal स्ट्रीट की और चल दी |इसका मतलब था की केली फिर से स्ट्रीट्स पर निकलि थी | Hutchinson ने देखा की थोड़ी ही दुरी पर केली एक आदमी से मिली | उस आदमी ने केली के कन्धे पर हाँथ रखकर उससे कुछ कहा जिसपर केली हँस पड़ी | Hutchinson ने सुना की केली ने उस आदमी से कहा “ ठीक है “ उस आदमी ने केलि से कहा “ जो मैंने तुमसे कहा उससे सब ठीक हो जाएगा “ फिर उस आदमी ने केलि के कन्धे पर अपना हाँथ रखा और दोनों डोरसेट स्ट्रीट ‘की और चल दिए |
hachitson ने देखा की उस आदमी के लेफ्ट हेंड में छोटा सा पार्सल था | जब वो स्ट्रीट लाइट के निचे खड़े हुए तो hachitson ने उस आदमी को अची तरह देखा | पिला रंग लिए हुए उस आदमी की हल्की मुछे थी जो किनारों पर मुड़ी हुए थी | काले बाल, कलि ऑंखें और बिखरे हुए भंव थे | hachitson के अनुसार वो किसी यहूदी की तरह दिख रहा था | उसने जो कैप पहनी थी वो सामने से उसकी आँखों तक झुकी हुई थी | उसने लाम्बा कला कोर्ट पहन रखा था | वाइट कोलौर के साथ काली टाइ घोड़े की नाल से बने पिन से जुडी हुई थी | उसकी कमर के पॉकेट से दिख रहे एक बडे सोने के चैन के साथ एक लाला पत्थर लटक रहा था |
उसके सीधे हांथों में बच्चों के ग्लोव्स थे और उलटे हाँथ में एक छोटा सा पर्सेल | उसकी उम्र 35-36 साल और height 5’6” से 5”7’ इंच के लगभग होगी |केलि और वो आदमी COMMERCEAL स्ट्रीट को पार कर डोरसेट स्ट्रीट की और मुड गए |
Hutchinson ने उसनका पीछा किया |केलि और वो आदमी मिलर कोर्ट के बाहर रुक गए |उन्होंने लगभग तीन मिनटों तक बातें की |Hutchinson ने केलि को कहते सुना की “ ठीक है मेरे साथ आओ डिअर तुम्हे आराम मिलेगा “ उस आदमी ने केलि को अपनी बाँहों में लिया और केलि उसे किस करने लगी |
केलि उससे कहा मैंने अपना रुमाल खो दिया { केलि के हांथों में लाल रुमाल था |}
उसके बाद दोनों मिलर कोर्ट की और मुड़ गए | Hutchinson घडी में 3:०० बजे की घंटी की आवाज तक उसनका इंतजार करता रहा फिर वो चला गया |Hutchinson ने उस आदमी को काफी गौर से देखा था |
Hutchinson ने जिस आदमी के साथ केलि को देखा था वो आखरी इन्सान था जिसे केलि के साथ देखा गया |
सूबे 10:45 मिनट पर मैकार्थी रेंट्स के मालीक जॉन मैकार्थी ने थामस बायर को केलि से बचे हुए रेंट के पैसे लेने के उसके पास भेजा |बायर ने थोड़ी देर तक केली का दरवाजा खटखटाया किसी तरह का जवाब n मिलने पर उसने अंदर देखने के लिए पर्दा हटाया |उसने जो देखा उससे वो अंदर तक हिल गया | उसने घटना मेकार्थी को बताई और दोनों commercial स्ट्रीट पुलिस के पास भागे जहाँ उनकी मुलाकात इंस्पेक्टर ब्लैक से हुई वो उनके साथ घटना स्थल पर पहुंचे |
मेरी जेन केली की वैशियाना ढंग से हात्या कर दी गई थी |
केलि के रूम का नज़ारा कुछ एसा था “ उसके कपडे नार्मल ढंग से फोल्ड करके कुर्सी पर रखे हुए थे उसके जूते फायर प्लेस के सामने रखे हुए थे | उसके शारीर पर कोई कपड़ा नहीं था वो बिस्तर के बीचों बिच पड़ी थी | उसका एक स्तन, utrus और एक किडनी निकलकर उसके सर के पास रखा था | दूसरा स्तन उसके राईट लेग के पास रखा हुआ था | लीवर को दोनों पैरों के बिच रखा हुआ था | आंतों को राईट साइड और स्प्लीन को लेफ्ट साइड पर रखा गया था |पेट से निकली गई बाकि बची चीजों को टेबल पर रख दिया गया था | केली का हार्ट घटना स्थल पर नहीं पाया गया |बिस्तर के निचे लगभग 2 फीट तक खून का तलब था | बिस्टर के राईट सिरे की दिवार पर खून के छींटे थे |चेहरे पर हर जगह घाव थे नाक कान होंठ चीक्स भावें पलकें निकाल दी गई थी सिर्फ खोपड़ी ही दिख रही थी | उसका गला गहराई से काटा गया था | राईट थाई से पूरी चमड़ी नोच कर निकाल दी गई थी जिससे उसके थाई की हड्डियाँ दिख रहीं थीं |
डॉ के अनुसार उसकी हत्या 4 - 4:30 बजे हुई थी |
एलिज़ाबेथ प्रेटर ने सूबे 4:०० किसी की धीमे से रोने की आवाज सुनी थी “ नई! खून यही आवाज मिलर कोर्ट में रहने वाली सारा लुविस ने भी सुनी थी |पर सबसे हैरान करने वाले बयाँन तो अभी बाकि थे |कैरोलिन मैक्सवेल ने अपनी गवाही में बताया की उसने कैली को सूबे 8:30 बजे देखा था | जबके डॉ के हिसाब से इससे कई घंटे पहले ही केली की मौत हो चुकी थी |Maurice Lewis डोरसेट स्ट्रीट पर रहने वाले एक दर्जी ने प्रेस को बताया की उसने 10:०० बजे केली को देखा था | केली की बहन और बार वाले ने भी कहा की उसने केली को देखा था |पर क्युकि की हत्या सूबे 4-4:30 के आस पास हुई थी इसलिए पुलिस ने इनकी बातों पर ध्यान नहीं दियाऔर ये शायद उनकी बहोत बड़ी गलती थी |पर यहीं से एक थ्योरी ने जन्म लिया की कहीं केलि की ह्त्या हुई ही न हो |
लोगों का कहना था की केलि तीन महीनो से प्रेगनेंट थी | एक औरत के शारीर में इस दौरान कई इसी चीजें होतीं है जिससे ये आसानी से पता लग सकता है की प्रेगनेंट थी | पर डॉ ने इसका कहीं भी जिक्र नहीं किया और न ही लाश के पास किसी बच्चे का भ्रूण मिला |लाश को इतनी बुरी तरह बिगड़ दिया गया था की उसे पहचान पाना नामुमकिन था¸तो इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता की हो सकता है की वो लास्श केलि ही n हो |
अगर ये बात सही है तो आखिर वो लाश किसकी थी और केली कहाँ गई |
जोसफ बर्नेट केली का बोय्फ्रेंड था | बर्न्रेट फिश पोर्टर का काम करता था | बर्नेट केलि से प्यार करता था ये बात डेली टेलीग्राफ न्यूज़ में भी कहि गई थी | बर्नेट केली को अपनी पत्नी मानता था |
वो उसके स्ट्रीट वाले कामों से खुश नहीं था करता था और खूब मेहनत करके पैसे कम रहा था ताकि केली से prostitution छुडवा सके |उसने कहा भी की “ जब मेरी मेरे साथ थी तो वो कभी भी स्ट्रीट्स पर नहीं गई|”
लोगों ने अंदाजा लगाया की बर्नेट ने ही पहला क़त्ल किया ताकि केली डर से स्ट्रीट्स पर n जाए , कुछ टाइम के लिए ही सही पर वाकई केली ने स्ट्रीटस पर जाना बंद कर दिया था |
पर उनकी आर्थिक स्तिथिओं समस्याओं को झगड़ों में बदलते समय न लगा | बर्नेट को केली की जिन पिने की आदत भी अच्छी नई लगती थी | इसका अंत तो होना था, केली दो वेश्याओं को अपने कमरे पर ले आई | जो जोसफ के लिए अब बर्दाध्त से बाहर हो गया | बर्नेट चला गया और उसके 10 दिनों के अंदर केली की निर्मम हत्या कर दी गई | केली की हत्या के बाद बर्नेट से लगातार 5 घंटों तक पूछताछ की गई, पर अंत में उसे छोड़ दिया गया | क्युकि बर्नेट केली के साथ वही रहता था उसे घर के बारे में सब कुछ पता था | उसे केली की आदतें और डेली routine भी पता थे | उस समय के एक न्यूज़ पेपर ने ये कहा की “ बर्नेट को उसके दोस्त जैक कहकर बुलाते थे |वो शारीरिक रूप से कतील के हुलिए से मिलता जुलता था और मेरी केली की हत्या के बाद हत्याएं भी होनी बंद हो गई | क्युकि केली के मरने के बाद बर्नेट के पास किसी और को मरने का कोई करण ही नई बचा था | इसतरह बर्नेट एक प्राइम सस्पेक्ट बन गया |
एक सम्भावना ये भी हो सकती है की केली की किसी फ्रेंड ने उससे अपने काम के लिए उससे उसका रूम लिया हो, बर्नेट जहाँ केली को डराने के लिए बहारक़त्ल कर रहा था उसके लिए ये बहोत अच्छा मौका था उसने सोचा होगा की अगर वो केली के रूम में ही किसी को मार दे तो शायद केलि का डर दहशत में बदल जाए जिससे वो prostitution छोड़ दे और इस खतरनाक माहोल में किसी के साथ के लिए बर्नेट के पास वापस आ जाए लेकिन क़त्ल के दौरान ही केली वापस आगई | खटखटाने पर किसी ने दरवाज n खोला तो केली अंदर गई |किसी के आने की आवाज सुनकर बर्नेट ने पहले कैंडल बुझा दिया होगा फिर किसी किनारे दुबक गया होगा केली ने लाश देखी और खून बोलकर रोई जिसे प्रेटर और सारा लुईस दोनों ने सुना | बर्नेट ने केली को पीछे से दबोचा लिया होगा पर उसके पास जादा आप्शन नहीं बचे थे भागने की कोशिश करने पर केलि उसे पहचान जाती और क्युकि वो केली से प्यार करता था उसे मार नहीं सकता था |पर अगर इस संभावना पर बात करें तो बर्नेट ने केलि से एसा क्या कहा होगा की वो मान गई | उसनके बिच पहले ही आर्थिक कारणों से लड़ियाँ हो रही थी और उस माहोल में अगर कोई चीज़ वाइट चैपल की तात्कालिक स्तिथियों के हिसाब से केलि के लिए इम्पोर्टेन्ट तो वो पैसे थे पर बर्नेट के पास n तो ठीक काम था n तो पैसे तो फिर उसने केली को कैसे मनाया होगा |या ये हो सकता है की बर्नेट किसी एक्सपेरिमेंट के लिए ऑर्गन सप्लाई करने लगा था जिसके उसे अछे खासे पैसे मिलने लगे थे और जिसे वो ये ऑर्गन देता था उसी ने उसे ये निकलने के तरीका भी बताया हो | अच्छे पैसे और नई लाइफ के लिए शायद केली ने बर्नेट की बात मन ली होगी, इन सब से दूर कहीं अपनी जिन्दगी जी कर गई होगी .....और ये राज़ केली बर्नेट की मौत के साथ ही हमेशा के लिए खामोश हो गया होगा |
Patricia कॉर्नवेल एक प्रसिद्ध क्राइम novelist हैं | अपने कई successful नोवेल्स के बाद उस्न्होने अपना बाकि टाइम जैक थे रिपर की खोज में लगा दिया | उनका विश्वास है की १८८८ दौर का एक पेंटर सिकर्ट ही जैक द रिपर है | 2001 में उन्होंने 2 मिलियन pounds ससिकर्ट की पेंटिंग्स खरीदने में लगा दिए | उन्होंने उसकी एक पेंटिंग इसलिए काट दी क्युकि उन्हें लगता था की सिकर्ट ने उसमे कोई क्लू छिपा रखा था |सिकर्ट के आर्ट में रिपर का प्रभाव दीखता है जो सच भी है | एक पेंटिंग का टाइटल तो “जैक द रिपर बेडरूम” है |कॉर्नवेल का मानना है की एक पेंटिंग में केलि की मिरर पोजीशन दिखाई गई है और इसी तरह एक पेंटिंग एड्दोव्स के चेहरे के घावों की नक़ल करती दिखती है |उन्होंने फोरेंसिक पेपर एव्क्स्पेर्ट पीटर ब्राउन से रिपर के लिखे लेटर्स और सिकर्ट के लेटर्स कोई तुलना करवाई |इससे चौकाने वाली बात सामने आई की हाँथ से बने इस पेपर के लोट में केवल २४ कापियां ही संभव हैं | इसका मतलब ये है की रिपर और सिकर्ट एक ही बैच के पेपर पर लिख रहे थे जिसकी सिर्फ २४ संभव प्रतियाँ हो सकती थीं |
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एक मेटल स्क्रैप डीलर ने लिवरपूल के एक estate में फ्लोर के अंदर दबी हुई एक dairy मिली जिसके अंदर रिपर के कत्लों की बारीक़ जानकारियां थीं | ये estae जेम्स maybrick नामक १८८८ के दौर के कार्टन व्यापारी का था | ये dairy अपने आप में बहोत बड़ा सबूत थी जो maybrick को हत्याओं से जोडती थी |
dairy के एक पेज पर लिखा था |
"i gave my name that all knows of me, so history do tell what love can do to a gentleman born."
your truly jack the ripper
वज्ञानिक जाँच से भी इस बात की पुष्टि हो गई की ये dairy रिपर के समय की ही थी |इसी दौरान एक सोने की पॉकेट वाच सामने आई |उस घडी के पीछे लिखा था i am jack j may brick |उस घडी के स्क्रेचेस की जाँच इलेक्ट्रान मिक्रोस्कोप द्वारा करवाई गई और ये बताया गया की स्क्रेचेस १८८८ के दौर के हैं | इस घडी को अब लिवरपूल की ज्वेलरी शॉप में देखा जा सकता है | इसे एक कॉलेज केयरटेकर एल्बर्ट johnson ने १९९२ में २२५ उरोस में ख़रीदा था और इसे बनाने की तारीख १८४६ बताई गई थी |
समय बीतता गया आनुमान लगते गए पर जैक द रिपर, 1888 के दौर में, वाइट चैपल की अँधेरी गलिओं में, कहीं गुम हो गया |जैक द रिपर एक एसी अनसुलझी पहली बन कर रह गया, जिसे आज भी लोग सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं |जैक द रपर कोन था ? ये बात या तो खुद रिपर जनता था, या वो जिसे उसने मौत के घाट उतर दिया |इस दुनिया में दो ही तरह के लोग याद रखे जाते हैं, या तो बहोत अच्छे या तो बहोत बुरे | जैक द रिपर ने भी इतिहास पर, कुछ एसी ही छाप छोड़ी है, जो उसके जाने के बद भी, लोगों के अंदर उसके दहशत, और एक बड़े प्रश्न के रूप में जिन्दा है...............
जैक द रिपर आखिर कोन था ?